प्रातः स्मरण मंत्र
प्रातःकाल उठकर आत्महित की कामना से प्रातःस्मरण का पाठ करने से सर्वशक्तिमान् परमेश्वर में विश्वास, अपनी मातृभूमि और राष्ट्र के प्रति भक्ति और प्रेम, तथा अपने प्रतापी पूर्वजों के स्मरण से जगे आत्म-गौरव और स्वाभिमान के पवित्र भाव मन में आते हैं, जिसके कारण प्रफुल्लता, स्फूर्ति, दृढ़ता, उल्लास और उत्साह के साथ अपने कर्तव्य के पथ पर बढ़ता हुआ मनुष्य नयी–नयी सफलताएँ अवश्य प्राप्त करता है। दिन भर मन प्रसन्नता और उमंग से भरा रहता है।
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